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RBI Banking Rule: दो बैंक में खाता रखने पर लगेगा कल जुर्माना आरबीआई गवर्नर जारी की नई गाइडलाइन

RBI Banking Rule

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RBI Banking Rule: वर्तमान समय अधिकांश लोगों के पास एक से अधिक बैंक खाते हैं. हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक(RBI) ने इस संबंध में कुछ नए नियम जारी किए हैं. यदि आपके पास भी एक से ज्यादा बैंक अकाउंट है तो यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण है.

बैंक में खातों के प्रकार

बैंक ग्राहकों को कई प्रकार के खाता खोलने की सुविधा देती है. इनमें कुछ प्रमुखकहते हैं-

सेविंग अकाउंट (बचत खाता) यह यह सबसे लोग प्रिया खाता है इसमें ग्राहक को कुछ ब्याज भी मिलता है. 

करंट अकाउंट  (चालू खाता ) इस खाते का उपयोग अक्षर व्यापार की लेनदेन के लिए किया जाता है.

सैलरी अकाउंट (वेतन खाता ) इस अकाउंट की आवश्यकता नौकरी पेशा लोगों के लिए है जिसमें न्यूनतम बैलेंस की आवश्यकता नहीं होती है.

जॉइंट खाता (संयुक्त खाता)  इस प्रकार के खाते अक्सर दो या दो से अधिक व्यक्तियों के द्वारा एक ही अकाउंट को चलाने के लिए किया जाता है.

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RBI Banking Rule भारतीय रिजर्व बैंक ने स्पष्ट किया है कि कोई भी भारतीय नागरिक अपनी आवश्यकता के अनुसार असीमित संख्या में बैंक खाता खुल सकता है. इस पर कोई प्रतिबंध नहीं है. हालांकि कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना जरूरी है.आरबीआई गवर्नर द्वारा जारी नई नियमावली में दो या अधिक खाता रखने वाले व्यक्ति के लिए कड़े प्रावधान लागू किए गए हैं. इस नियम का मुख्य उद्देश्य बैंकिंग प्रणाली में प्रदर्शित लाना और धोखाधड़ी रोकना है. नई दिशा निर्देशों के अनुसार एक व्यक्ति को अपने  बैंक खाते में न्यूनतम मासिक शेष राशि बनाए रखनी होगी. न्यूनतम राशि नहीं रख पाता है तो उसे पर भारी जुर्माना लगाया जा सकता है. यह नियम कई पहलुओ पर प्रभावित करता है.जैसे सिबिल स्कोर, बैंकिंग शुरू औरआयकर रिटर्न भरने की प्रक्रिया. हालांकि कई खाता रखने के कुछ लाभ भी हैं. 

एक से अधिक खाता रखने के फायदे और नुकसान

 

फायदा नुकसान
  1. विभिन्न उद्देश्यों के लिए अलग-अलग खाता जैसे बचत खाता, निवेश खाता, तथा व्यवसाय खाता
  2. जोखिम का बंटवारा: सभी पैसे एक ही बैंक अकाउंट में नहीं होने से आपका कई  तरह की परेशानियों से बच सकते हैं.
  3. विभिन्न बैंकों के सेवाओं का लाभ: अलग-अलग बैंक की विशेष सुविधाओं का उपयोगकर सकते हैं.
  1. खातों का प्रबंध करना मुश्किल: कई खातों को ट्रैक करना चुनौती पूर्ण हो जाता है
  2. अधिक शुल्क: कई बैंकों में न्यूनतम बैलेंस और अन्य शुल्क देना पड़ सकता है.
  3. कर संबंधी जटिलताएं: कई खातों से आई का हिसाब रखना जटिल हो जाता है.

सुझाव और सावधानियां

  1. समय से निगरानी: जांच करने रहना चाहिए
  2. न्यूनतम बैलेंस बनाए रखें: बैंकों के नियम के हिसाब से हर खाते में आवश्यक न्यूनतम राशि बनाए रखने की आवश्यकता होती है.
  3. अनावश्यक खाता बंद कर दें: यदि आपके पास जरूर से ज्यादा खाते हैं और आप उसका उपयोग नहीं कर रहे हैं तोउसकोपूर्ण रूप से बंद कर दें.
  4. बैंक नियम की जानकारी: हर समय बैंकों के नियमों और शुल्कों मेंबदलाव पर जानकारी रखना आवश्यक है.

Conclusion

RBI के नए नियमों के अनुसार भारतीय नागरिक अपने आवश्यकता के अनुसार कितने भी बैंक खाता खोल सकते हैं. हालांकि या महत्वपूर्ण है कि इन खातों का प्रबंध सावधानी पूर्वक किया जाए. अपने वित्तीय लक्षण और जरूरत के अनुसार खातों की संख्या तय करें. एक बात ध्यान रखना होगी आपके पास जितना अधिक खाता होगा उतनी जिम्मेदारी भी बढ़ेगी अपने खातो की  नियमित जांच करते रहें और किसी भीअनियमित या समदिग्ध गतिविधि को तुरंत अपने बैंक को रिपोर्ट करें और अगर आवश्यकता ना हो तो अनावश्यक खातों को संचालित करने से बचे रहें.

नोट: इस वेबसाइट पर दी गई सारी जानकारी केवल जागरूकता के लिए है तथा इंटरनेट उपलब्ध स्रोतों सेली गई है. हम इसी राय या दावे का समर्थन नहीं करते हैं. हमारा राय है की जानकारी की सटीकता के लिए स्वतंत्र रूप से अपने हिसाब से तथ्यों का सत्यापनकर लें.

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